जानिए 4 मार्च के दिन अबतक घटित इतिहास की महत्त्वपूर्ण घटनाएं

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4 march history

इतिहास में 4 मार्च का दिन कई महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं में के लिए जाना जाता है। इस दिन देश की आज़ादी के लिए लड़े प्रसिद्ध क्रांतिकारी लाला हरदयाल का निधन हुआ था, उन्होंने ‘गदर पार्टी’ की स्थापना की थी। आइए जानते हैं इस दिन महापुरुषों का जन्म और मृत्यु एवं महत्त्वपूर्ण घटनाओं के बारे में…

वर्ष 1921 में भारत की स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन प्रगति पर था। इस दिन ननकाना के एक गुरुद्वारे जहां पर आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था। एक सभा का संचालन किया जा रहा था, पर सैनिकों के द्वारा गोली चलाने के कारण 70 लोगों की मौत हो गई।

बर्थडे पर लिखे प्रसिद्ध गीत ‘हैप्पी बर्थ डे टू यू’ आज ही प्रकाशित हुआ था, जिसे वर्ष 1924 में क्लेडॉन सन्नी ने लिखा।

4 मार्च के दिन जन्मे ये प्रसिद्ध व्यक्ति

भारतीय कवयित्री तोरु दत्त का जन्म वर्ष 1856 को हुआ। वह अंग्रेजी और फ्रेंच में लिखती थी।

हिंदी साहित्य के पूर्व छायावादी युग के कवि रामनरेश त्रिपाठी का जन्म वर्ष 1881 में हुआ था। उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में कविता, कहानी, उपन्यास, जीवनी, संस्मरण, बाल साहित्य सभी पर लेखनी चलाई।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानी बलुसु संबमूर्ति का जन्म वर्ष 1886 में आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले में हुआ था। वह स्वतंत्रता सेनानी के साथ वकील और नेता भी था।

हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यासकार फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म 1921 में बिहार के अ​ररिया में हुआ था।

बॉलीवुड एक्ट्रेस दीना पाठक का जन्म वर्ष 1922 में हुआ था।

भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना का जन्म 1980 बेंगलुरु में हुआ था।

भारतीय फिल्म एक्ट्रेस कमलिनी मुखर्जी का जन्म वर्ष 1980 में कोलकाता में हुआ।

बांग्लादेश के ऑलराउंडर महमुदुल्लाह का जन्म वर्ष 1986 में हुआ। उन्होंने 2015 विश्व कप में लगातार दो शतक जड़े। वह ऐसा करने वाले बांग्लादेश के पहले बल्लेबाज बने।

कोमल कोठारी का जन्म 1929 में राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। उन्होंने राजस्थानी लोक गीतों व कथाओं आदि के संकलन एवं शोध हेतु समर्पित थे। उनके इस योगदान के लिए उन्हें ‘भारत सरकार’ द्वारा वर्ष 2004 में कला के क्षेत्र में ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने लोक कलाओं को संरक्षित करने के लिए अपूर्व योगदान दिया था।

उन्होंने राजस्थान की लोक कलाओं, लोक संगीत और वाद्यों के संरक्षण एवं लुप्त हो रही कलाओं की खोज के लिए बोरूंदा में ‘रूपायन संस्था’ की स्थापना की थी। उन्हें कोमल दा के नाम से जाना जाता है। उनके प्रयासों से पहली बार मंगणियार कलाकारों का कोई दल दिल्ली में अपनी प्रस्तुति दे सका था।

चार मार्च को दुनिया को अलविदा कहने वाली ​हस्तियां

हिंदी साहित्य के कवि, आलोचक और उपन्यासकार ठाकुर जगमोहन सिंह का निधन 1899 में हुआ था। वह मध्य प्रदेश स्थित विजयराघवगढ़ के राजकुमार और भारतेंदु युगीन कवि, आलोचक और उपन्यासकार थे।

भारत के प्रसिद्ध एडवोकेट और राजनेता सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा का निधन वर्ष 1928 को हुआ था। बंगाल के पहले भारतीय एडवोकेट-जनरल, पहले भारतीय जो वायसराय की कार्यकारी परिषद के सदस्य और ब्रिटिश मंत्रालय के सदस्य बनने वाले पहले भारतीय थे। वह बिहार और उड़ीसा के पहले गवर्नर थेे।

भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी लाला हरदयाल का निधन वर्ष 1939 में हुआ था। वह क्रांतिकारी संगठन ‘गदर पार्टी’ के संस्थापकों में से एक थे।

सुनील कुमार महतो भारतीय सांसद थे जिनकी हत्या वर्ष 2007 में संदिग्ध नक्सली विद्रोहियों द्वारा की गई थी। वह 14वीं लोकसभा के सदस्य थे, जो झारखंड के पूर्वी राज्य जमशेदपुर के निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। वह झारखंड मुक्ति मोर्चा राजनीतिक दल के महासचिव थे।

पी.ए. संगमा एक भारतीय राजनेता थे, जिनका निधन वर्ष 2016 में हुआ। वह मेघालय के मुख्यमंत्री, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सह-संस्थापक और लोकसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। वे आठ बार लोकसभा-सदस्य रहे थे।

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