बटलर बने मांकडिंग रन आउट का शिकार, क्या है मांकडिंग रन आउट

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IPL क्रिकेट का सबसे रोमांचकारी टी—20 खेल है जिसका क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से शुरू होने का इंतजार करते हैं। जब से आईपीएल शुरू हुए हैं तब से कोई न कोई विवाद हर बार होता है। ऐसा ही एक नया विवाद राजस्थान रॉयल्स (RR) और किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के बीच जयपुर में खेले गए मुकाबले में देखने को मिला। इस मैच में किंग्स XI पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जोस बटलर को इस प्रकार रनआउट किया की सब दर्शकों को हैरत में डाल दिया, इसे क्रिकेट की भाषा में मांकडिंग रन आउट कहा जाता है। यह तरीका अक्सर क्रिकेट में बहुत ही कम अवसरों पर देखने को मिलता हैं इस कारण ज्यादातर क्रिकेट प्रेमी इस तरह के रनआउट से परिचित नहीं है।

क्रिकेट खेलते समय खिलाड़ी कई बार ऐसे रन चुरा लेते हैं जिसका खामियाजा उन्हें रन-आउट होकर चुकाना पड़ता है। लेकिन जब बल्लेबाज गेंदबाजी वाले छोर पर खड़ा हो और गेंदबाज गेंद फेंकने वाला हो ऐसे में बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल जाता है। लेकिन कभी—कभी इस स्थिति का गेंदबाज फायदा उठा जाता है और बल्लेबाज को रन आउट कर देता है। इसे ही मांकडिंग ढंग से रन आउट कहा जाता है।

ऐसा ही नजारा सोमवार को राजस्थान रॉयल्स (RR) और किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के बीच जयपुर में खेले गए मुकाबले में ऐसा ही कुछ हुआ। किंग्स XI पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन गेंदबाजी कर रहे थे और जोस बटलर गेंदबाजी वाले छोर पर थे। अश्विन ने गेंद फेंकने से पहले देखा कि बटलर क्रीज से बाहर हैं और उन्होंने गिल्लियां बिखेर दीं।

मांकडिंग रन आउट क्या है

क्रिकेट खेलते समय नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को गेंदबाज द्वारा गेंद फेंकने से पहले रन आउट किया जाता है। इसमें जब गेंदबाज को लगता है कि नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज क्रीज से बाहर गेंदबाज द्वारा बॉलिंग एक्शन से पहले ही निकल जाता है तो गेंदबाज नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियां बिखेर देता है जिससे नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है। इसमें गेंद काउंट नहीं होती लेकिन विकेट गिर जाता है।

यह तक चर्चा का विषय बन गया जब आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की पारी का 13वां ओवर प्रगति पर था। किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान अश्विन अपने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद फेंकने के लिए वह क्रीज पर आए और देखा कि बटलर क्रीज से बाहर निकल रहे हैं। अश्विन ने मौके का फायदा उठाते हुए नॉन-स्ट्राइक छोर की गिल्लियां बिखेर दीं नॉन—स्ट्राइक छोर पर जोस बटलर खड़े थे।

जब रीप्ले देखा गया तो साफ हुआ कि बटलर क्रीज से बाहर थे और वह रन आउट हैं। बटलर इस फैसले से जाहिर तौर पर खुश नहीं थे क्योंकि वे अपनी टीम के लिए तेज तर्रार रन बना रहे थे और लग रहा था कि उनकी टीम जीत जाएगी। वह बहुत गुस्से में मैदान से बाहर गए। इस फैसले से मैदान में मौजूद दर्शक को भी काफी निराशा हुई।

गेंदबाज वीनू माकंड भी कर चुके है मांकडिंग का प्रयोग

ऐसा नहीं है आईपीएल में ही इस अस्त्र का प्रयोग किया गया हो, इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार इसका प्रयोग हो चुका है। वैसे इसे खेल भावना के विपरीत माना जाता है।

इसका सबसे मशहूर उदाहरण वीनू माकंड द्वारा ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बिल ब्राउन को रन आउट करना है। यह घटना 13 दिसंबर 1947 को हुई थी। माकंड गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट कर दिया। उन्होंने इस दौरे पर दूसरी बार ब्राउन को ऐसे आउट किया था। तब उन्होंने ब्राउन को ऐसे आउट करने से पहले वॉर्निंग दे चुके थे।

वीनू के इस व्यवहार की ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने उन पर जमकर भड़ास निकाली थी और उनके व्यवहार को खेल भावना के खिलाफ बताया था। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान डॉन ब्रैडमैन ने वीनू के रवैये का समर्थन किया। तब से बल्लेबाज के इस तरह आउट होने की घटना को अनौपचारिक तौर पर माकंडिंग कहा जाता है।

क्रिकेट में कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे करने से पहले बल्लेबाज को गेंदबाज एक बार चेतावनी देता है। हालांकि नियमों के मुताबिक चेतावनी देने की जरूरत नहीं है लेकिन मांकडिंग को ‘स्प्रिट ऑफ द गेम’ में अच्छा नहीं माना जाता।

श्रीलंका के खिलाफ भी ऐसे आउट हो चुके हैं बटलर
बटलर इससे पहले भी मांकडिंग का शिकार बन चुके हैं। श्री लंका के खिलाफ खेले गए मैच में वह ऐसे आउट हुए थे। इसमें गेंदबाज सेनानायके ने पहले उन्हें वॉर्निंग दी और फिर अगली बार क्रीज छोड़ने पर आउट कर दिया।

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