त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, सोमवार को त्रिपुरा से भाजपा विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने विधानसभा से इस्तीफा इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उनके करीबी सहयोगी आशीष कुमार साहा ने भी इस्तीफा दिया है। दोनों ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता को भी छोड़ दिया है। सूत्रों की माने तो दोनों ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वह दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। सुदीप रॉय बर्मन पिछले कई दिनों से पार्टी व सरकार की आलोचना कर रहे थे।
29 जनवरी को दिया था सरकार के विरोध में बयान
इससे पहले 29 जनवरी को भाजपा के बागी विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने त्रिपुरा सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि राज्य में लोकतंत्र नहीं है और यहां लोगों का दम घुट रहा है। साथ ही उन्होंने पार्टी छोड़ने के सवाल पर कहा था कि वह अपने लोगों से पूछने के बाद ही अपने भविष्य पर फैसला करेंगे। त्रिपुरा में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
लोगों की आवाज दबाने का लगाया आरोप
सुदीप रॉय त्रिपुरा सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि राज्य में लोकतंत्र का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि लोकतांत्रिक ऑक्सीजन खत्म हो गई है। सुदीप ने राज्य में लोगों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया।
विधायक के करीबी कर रहे राज्य के हिस्सों में दौरा
विधायक ने कहा कि उनके करीबी सहयोगी आशीष साहा और उनके कार्यकर्ता जिन्होंने माकपा को सत्ता से हटाने और भाजपा को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई थी, वे पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने अब सरकार से पीड़ित लोगों की आवाज सुननी शुरू कर दी है। उन्होने दावा किया था कि लोग अब सरकार से तंग आ चुके हैं क्योंकि सरकार उनके हितों की पूर्ति नहीं कर पा रही है।
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