पूर्व हॉकी कप्तान व तीन बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बलबीर सिंह का निधन, पीएम और गृहमंत्री ने जताया दुख

Views : 7250  |  3 minutes read
Balveer-Singh-Senior

भारत के दिग्गज हॉकी खिलाड़ी, पूर्व कप्तान और तीन बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बलबीर सिंह सीनियर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। सोमवार सुबह करीब सवा छह बजे उनका देहांत हो गया। 96 वर्षीय बलबीर सिंह सीनियर को गत 8 मई को तबीयत खराब होने के बाद मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बार वह शुरू से ही वेंटिलेटर पर रहे और इस दौरान उन्हें तीन बार हार्ट अटैक भी आया। लगातार बिगड़ती तबीयत के बीच उनका आज निधन हो गया।

Olympician-Balveer-Singh-Senior

पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे

जानकारी के लिए बता दें, ओलंपिक रिकॉर्डधारी बलबीर सिंह सीनियर सेक्टर 36, चंडीगढ़ में अपनी बेटी सुखबीर कौर और नाती कबीर के साथ रहते थे। बलबीर सिंह के तीन बेटे कई वर्ष पहले कनाडा जाकर बस गए हैं। पूर्व दिग्गज हॉकी खिलाड़ी पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। पिछले साल भी वह पीजीआई में भर्ती रहे थे और उस समय वह ज़िंदगी की लड़ाई जीत कर वापिस अपने घर भी पहुंच गए थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका और वे इस दुनिया से हमेशा के लिए रुख़सत हो गए।

बलबीर सिंह सीनियर के नाम दर्ज़ है ये उपलब्धियां

हॉकी के महानतम खिलाड़ियों में शुमार रहे बलबीर सिंह सीनियर लंदन ओलंपिक (1948), हेलसिंकी ओलंपिक (1952) और मेलबर्न ओलंपिक (1956) में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। वर्ष 1956 के ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने बलबीर सिंह की कप्तानी में ही पाकिस्तान को फाइनल मुकाबले में 1-0 से हराकर लगातार तीसरी बार गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने साल 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक के फाइनल में नीदरलैंड्स के खिलाफ 5 गोल किए थे, जो किसी ओलिंपिक फाइनल में सबसे ज्यादा गोल करने का बड़ा रिकॉर्ड है। उनका यह रिकॉर्ड आज तक भी कायम है। भारत ने यह मुकाबला 6-1 से जीता था।

बलवीर सिंह सीनियर ने अपने कॅरियर में भारत के लिए 61 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 246 गोल किए थे। उन्हें अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था। वे इस लिस्ट में शामिल होने वाले भारत के इकलौते खिलाड़ी थे। इसके अलावा बलवीर सिंह वर्ल्ड कप 1971 में ब्रॉन्ज और वर्ल्ड कप 1975 में इकलौता गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच एवं मैनेजर थे। बता दें, बलवीर सिंह सीनियर को वर्ष 1957 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया था। वह यह सम्मान हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे।

Olympic-Gold-Medalist-Balbir-Singh-Senior

पीएम मोदी, गृह मंत्री शाह और खेल मंत्री ने शोक जताया

पूर्व ओलिंपियन बलबीर सिंह सीनियर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी दुख जताया। पीएम मोदी ने कहा कि बलबीर सिंह न सिर्फ अच्छे खिलाड़ी थे, बल्कि बतौर मेंटर भी उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी थी। उन्हें पूरा देश उनके शानदार खेल के लिए याद रखेगा। उन्होंने कई मौकों पर देश का सम्मान बढ़ाया।

Read More: दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली महिला एथलीट बनी नाओमी ओसाका

खेल मंत्री किरण रिजजू ने ट्वीट किया, ‘भारत के महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह के निधन से गहरा दुख हुआ। मैं उनको श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।’

COMMENT