साल 2019 में इन 5 महिला एथलीटों ने भारत को किया दुनिया में गौरवान्वित

Views : 7182  |  0 minutes read
India-Top-5-Women-Athletes

वर्ष 2019 खत्म होने में अब कुछ ही दिन और शेष रह गए हैं। हर साल की भांति इस बार भी भारतीय प्रतिभाओं ने कई अलग-अलग क्षेत्रों में कामयाबी प्राप्त कर बुलंदियों को छुआ और देश को दुनिया में गौरवान्वित किया। यह साल भारतीय महिलाओं के लिए बहुत ख़ास रहा और उन्होंने खेलों में कई इवेंट्स में भारत का परचम लहराया। अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर ये महिला एथलीट्स देश के लाखों युवाओं की प्रेरणा का स्त्रोत बन गई हैं। ऐसे में हम आपको उन पांच भारतीय महिला एथलीटों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने साल 2019 में भारत को दुनिया में सम्मान नाम दिलाया और खुद का नाम कमाया है..

Hima-Das

हिमा दास ने 21 दिन में जीते 6 स्वर्ण पदक

‘ढिंग एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर भारत की महिला स्प्रिंटर हिमा दास ने साल 2019 में 2 जुलाई को पोलैंड में पोज़नान एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स टूर्नामेंट से मैदान पर वापसी की, जिसमें उन्होंने 200 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसके एक हफ्ते के बाद 13 जुलाई, 2019 को हिमा दास ने चेक गणराज्य में 23.43 का समय निकालकर क्लादनो एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की रेस पूरी कर गोल्ड जीता।

20 जुलाई को एक बार फिर से हिमा दास चेक गणराज्य में नोव मेस्टो की 400 मीटर की दौड़ में शामिल हुईं, जहां उन्होंने अपना 5वां गोल्ड मेडल हासिल किया। इससे पहले हिमा ने जुलाई में ही 2, 6, 14 और 17 तारीख को भी अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की 200 मीटर दौड़ में चार स्वर्ण पदक जीते थे। हिमा दास ने 21 दिन के भीतर छह गोल्ड मेडल जीतकर देशवासियों को हैरान कर दिया था।

Manasi-Joshi

मानसी जोशी ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में रचा इतिहास

भारत की पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने साल 2019 में बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण हासिल कर इतिहास रचा। उन्होंने इस चैंपियनशिप में पैरा-बैडमिंटन इवेंट के महिला एकल वर्ग की एसएसल-3 श्रेणी में पारुल परमार को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। एसएसल-3 पैरा गेम्स की वह श्रेणी होती है जिसमें खिलाड़ी के एक या दोनों पैरों में कोई गड़बड़ी या अपंगता होती है। जिसकी वजह से वह चलने और दौड़ने में असमर्थ होता है।

PV-Sindhu

वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिंधु ने जीता गोल्ड

भारतीय की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने 25 अगस्त, 2019 को बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इस प्रतियोगिता के महिला एकल के फाइनल में सिंधु ने अपनी चिर-प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-7, 21-7 से हराया। इस जीत के साथ पीवी सिंधु वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय शटलर बनीं। सिंधु संयुक्त रूप से दुनिया की सबसे सफल महिला एकल शटलर भी हैं, जिन्होंने छह वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में से पांच में पदक जीते हैं।

PU-Chitra

मध्यम दूरी की धाविका पीयू चित्रा ने किया कमाल

भारत की मध्यम दूरी की महिला धाविका पीयू चित्रा ने साल जून 2019 में स्वीडन में आयोजित फॉक्सम ग्रैंड प्रिक्स में महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण जीतकर देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने इस रेस में अपने सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। इससे पहले​ चित्रा ने अप्रैल में एशियन चैंपियनशिप में 4 मिनट 12.65 सेकंड का समय निकालकर गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने इस इवेंट में केन्या की मर्सी चेरियो को हराया।

Dutee-Chand

दुती चंद ने गोल्ड मेडल जीत बनाया शानदार रिकॉर्ड

जुलाई 2019 में भारत की नेशनल रिकॉर्ड होल्डर स्प्रिंटर दुती चंद ने इटली के नेपोली में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड मेडल जीत इतिहास रचा। उन्होंने 30वें समर यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर कॉम्पिटिशन का गोल्ड मेडल अपने नाम किया और इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक और फील्ड एथलीट बनीं।

Read More: आईपीएल ऑक्शन के बीच जानिए हर सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ियों की लिस्ट

23 वर्षीय दुती ने 11.32 सेकंड का समय निकालकर रेस को स्वर्ण पदक जीतकर खत्म किया। दुती ग्लोबल इवेंट में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी हैं। उनसे पहले भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास ये कारनामा कर चुकी हैं। हिमा ने पिछले साल विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर में शीर्ष स्थान हासिल किया था।

 

COMMENT