स्वेदशी ‘तेजस’ है बेहद खतरनाक, जानिए क्यों हैं इस पर दुनिया फिदा!

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हाल में भारतीय वायुसेना में स्वेदशी लड़ाकू विमान ‘तेजस’ को शामिल किया गया है। जनवरी 2019 में शामिल किए गए इस विमान की तकनीक और प्रदर्शन पर दुनिया फिदा हैं। इसका निर्माण पूरी तरह से भारत में और भारतीय वैज्ञानिकों द्ववारा किया गया है। पलक झपकते ही हवा में बातें करने वाले इस विमान के कॉक​पिट को डिजाइन करने वाले साइंटिस्ट आरके मिश्रा इस पर फक्र महसूस करते हैं। उत्तर प्रदेश के पटियाली के रहने वाले आरके मिश्रा की प्रारंभिक शिक्षा यहां हुई, इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद से उच्च शिक्षा ली। इसके बाद मिश्रा एयरोनोटिकल वैज्ञानिक बन गए वे वर्ष 1995 से लेकर वर्ष 2006 तक वह भारत के पहले पूर्ण स्वदेशी ‘तेजस’ लड़ाकू विमान बनाने वाली भारतीय एयरोनोटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के शीर्ष पांच सदस्यीय वैज्ञानिक दल का हिस्सा रहे हैं।

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दुनिया के किसी भी अत्याधुनिक विमान को चुनौती देती है तेजस की तकनीक

आरके मिश्रा साल 2006 में सेवानिवृत्त होकर बेंगलूरु में ही बस गए। गत दिनों वे परिवार के एक शादी समारोह में अपने पैतृक गांव पटियाली आए। अपनी जन्मस्थली आकर वे गदगद हो गए। यहां साइंटिस्ट आरके मिश्रा ने तेजस को लेकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना की अधिक से अधिक सामरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए तेजस लड़ाकू विमान का कॉकपिट डिस्प्ले मॉनीटर डिजाइन किया गया है। भारतीय फाइटर एयरक्राफ्ट तेजस दुनिया का सबसे छोटा, हल्का और बहुभूमिका निभाने वाला एकल इंजन का एक सामरिक लड़ाकू विमान है।

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तेजस की तकनीक दुनिया के किसी भी अत्याधुनिक लड़ाकू विमान को चुनौती देती है। हाल ही वायुसेना में शामिल करने पर भारतीय वायुसेना बड़ी खुशी जताई थी। साइंटिस्ट आरके मिश्रा ने तेजस की कॉकपिट डिजाइन करने के अलावा भारत के पहले स्वदेशी मानव रहित टोही विमान यूएवी निशांत को डिजाइन करने में भी अहम भूमिका निभाई है। आरके मिश्रा ने बताया कि उन्होंने विश्व विख्यात भारतीय वैज्ञानिक और भूतपूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ भी लंबे समय तक काम किया है।

ये खासियतें तेजस को बनाती हैं बेहद खास

तेजस की टॉप स्पीड 2205 किमी प्रति घंटा है जो इसे बहुत खास बनाती हैं। यह विमान पलक झपकते ही आसमान की बुलंदियों में पहुंच जाता हैं। ये 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है। तेजस 9,5000 किलो वजन के साथ आसानी से उड़ान भर सकता है। यह फाइटर जेट लेजर गाइडेड बम से हमला करने में सक्षम है। डर्बी और अस्त्र मिसाइल से लैस हो सकता है। यह कम ऊंचाई पर उड़कर दुश्मन पर आसानी के साथ सटीक निशाना साध सकता है। तेजस की लंबाई 13.20 मीटर है और इसका वजन 5,680 किलोग्राम है। इसकी रेंज क्षमता 3,000 किलोमीटर है। इस स्वेदशी लड़ाकू विमान की सुपरसोनिक रफ्तार 1.8 मेक है जो इसे बेहद खास बनाती हैं।

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