आप ट्विटर पर इस मामले में राजस्थान पुलिस की मदद कीजिए उन्हें समझदार लोगों की बहुत जरूरत है

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सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को जब आम लोगों का ही साथ मिले तो हमारे देश का क्या होगा जरा सोचकर देखिए। इस वक्त राजस्थान पुलिस को कुछ समझदार लोगों का साथ चाहिए क्योंकि उन्होेंने अफवाह फैलाने वालों से सीधी जंग छेड़ दी है। दरअसल सोशल मीडिया पर अशोक नाम के एक व्यक्ति ने अफवाह फैला दी है कि जोधपुर के उटांबर गांव में राजपूतों के घर में घुसकर कुछ संप्रदाय विशेष के लोगों ने आकर हमला कर दिया और ये व्यक्ति अपने पोस्ट में लिख रहा है कि ये नई सरकार आने के 5 घंटो के भीतर हुआ है तो आने वाले 5 साल में क्या होगा।

 

 

कमाल की बात तो ये है कि ऐसी अफवाह फैलाने वालों को लोगों का खूब साथ मिल रहा है।

 

लेकिन अब इस मामले में राजस्थान पुलिस ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए लोगों को समझाने की कोशिश की है। राजस्थान पुलिस के ट्विटर हैंडल से बताया गया है कि उक्त वीडियो राजस्थान का नहीं बल्कि झारखंड के रांची का है और वो भी कोई संप्रदाय विशेष के बीच लड़ाई का नहीं बल्कि दूसरा ही कोई मामला है।

कुछ यूजर्स ने राजस्थान पुलिस द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को ही झूठा बता दिया। आप इस पोस्ट करने वाले की हिम्मत देखिए उसने पुलिस के कहने के बावजूद इस पोस्ट को डिलीट नहीं किया जबकि पुलिस ने साफ साफ अपनी पोस्ट में कहा कि ‘आप तुरंत इसे डिलीट करें अन्यथा पुलिस की सायबर यूनिट को यह केस सौंप दिया जाएगा। आइंदा इस तरह के अफवाह न फैलाएं’।

बता दें कि ये पोस्ट 18 दिसंबर की है और अब राजस्थान पुलिस अपनी ओर से इस मामले में जांच भी कर रही है और जब हमने इस व्यक्ति के ट्विटर अकाउंट की पड़ताल की तो उसने हमें पहले से ही ब्लॉक कर रखा था।

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