सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को जब आम लोगों का ही साथ मिले तो हमारे देश का क्या होगा जरा सोचकर देखिए। इस वक्त राजस्थान पुलिस को कुछ समझदार लोगों का साथ चाहिए क्योंकि उन्होेंने अफवाह फैलाने वालों से सीधी जंग छेड़ दी है। दरअसल सोशल मीडिया पर अशोक नाम के एक व्यक्ति ने अफवाह फैला दी है कि जोधपुर के उटांबर गांव में राजपूतों के घर में घुसकर कुछ संप्रदाय विशेष के लोगों ने आकर हमला कर दिया और ये व्यक्ति अपने पोस्ट में लिख रहा है कि ये नई सरकार आने के 5 घंटो के भीतर हुआ है तो आने वाले 5 साल में क्या होगा।
कमाल की बात तो ये है कि ऐसी अफवाह फैलाने वालों को लोगों का खूब साथ मिल रहा है।
For those who keep tweeting what BJP did for Hindus. Just 10 days of Congress in Rajasthan and Hindu girls can't even complain about the molestation by Samuday vishesh. There were multiple incidents like this in UP before Yogi and an incident like this caused Muzaffarnagar. https://t.co/Xr7IVYir4h
— ? (@AndColorPockeT) December 22, 2018
लेकिन अब इस मामले में राजस्थान पुलिस ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए लोगों को समझाने की कोशिश की है। राजस्थान पुलिस के ट्विटर हैंडल से बताया गया है कि उक्त वीडियो राजस्थान का नहीं बल्कि झारखंड के रांची का है और वो भी कोई संप्रदाय विशेष के बीच लड़ाई का नहीं बल्कि दूसरा ही कोई मामला है।
हम fake news/hate speech के बारे में आम जन को जागरूक करने में तत्पर हैं। अपने ट्वीट के द्वारा हमने यह स्पष्ट किया है की एक अन्य जगह के पुराने विडीओ को #राजस्थान के #उटाम्बर का बताकर धार्मिक उन्माद (communal tension) फैलाने की कोशिश की जा रही थी और हमने तुरंत एक्शन लिया। @HMOIndia pic.twitter.com/Lb3PAtzCpc
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) December 18, 2018
कुछ यूजर्स ने राजस्थान पुलिस द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को ही झूठा बता दिया। आप इस पोस्ट करने वाले की हिम्मत देखिए उसने पुलिस के कहने के बावजूद इस पोस्ट को डिलीट नहीं किया जबकि पुलिस ने साफ साफ अपनी पोस्ट में कहा कि ‘आप तुरंत इसे डिलीट करें अन्यथा पुलिस की सायबर यूनिट को यह केस सौंप दिया जाएगा। आइंदा इस तरह के अफवाह न फैलाएं’।
हम अपने पिछले ट्वीट पर कायम हैं। @Ashok6510 ने एक पुराने और किसी अन्य जगह का वीडियो को लेकर उसे उटाम्बर का बताया था (see screenshot)। उटाम्बर में घर मे घुस कर बहनो पर हमले जैसी कोई घटना नही हुई थी (see FIR).।
कुछ साथी अभी भी अफवाह फैलाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। ऐसा न करें। pic.twitter.com/8GKpg62fA7
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) December 18, 2018
बता दें कि ये पोस्ट 18 दिसंबर की है और अब राजस्थान पुलिस अपनी ओर से इस मामले में जांच भी कर रही है और जब हमने इस व्यक्ति के ट्विटर अकाउंट की पड़ताल की तो उसने हमें पहले से ही ब्लॉक कर रखा था।
हेलो @Ashok6510
राजस्थान पुलिस आपको watch कर रही है। ये एक पुरानी वीडियो है जो झारखंड के रांची की है। आप तुरंत इसे delete करें अन्यथा Cyber Unit को यह case सौंप दी जायेगी।
आइंदा इस तरह के अफवाह न फैलाएं।#FakeNews #KillFakeNews@PMOIndia @HMOIndia @RajCMO pic.twitter.com/lXsPvayHQN
— Rajasthan Police (@PoliceRajasthan) December 16, 2018