मनोरंजन के नाम पर एक साल में इतना खर्चा कर देते हैं आप और ये बढ़ता जा रहा है!

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दुनिया बदल रही है, काफी बदल भी गई है। हर चीज के तरीके और साधन भी बदल रहे हैं। पहले हुआ करते थे रेडिया या ले देकर ब्लैक एंड व्हाइट टीवी वो भी नहीं तो सिंगल स्क्रीन थिएटर। मनोरंजन उतना महंगा नहीं था।

अब हर एक चीज का बज़ारीकरण हो चुका है। टीवी की शक्ल बदल चुकी है और भी कई तरह के साधन इस मनोरंजन इंडस्ट्री में जुड़ चुके हैं। अब मनोरंजन काफी महंगा हो चुका है। कभी खर्चा नोट किया है? आइए थोड़ा कर लेते हैं।

जहां सिंगल स्क्रीन के लिए बहुत कम रूपए चुकाने होते थे अब मल्टीप्लैक्स में रकम ज्यादा खर्च करनी होती है। अब चार लोगों का परिवार अगर किसी मल्टीप्लेक्स में मूवी देखने जाए तो 1500 का बजट बैठ जाता है।

टीवी की बात करें तो अब टाटा स्काई, डिश टीवी जैसे नेटवर्क काफी महंगे हैं। हर महीने या साल भर में इन पर भी काफी बजट रखना होता है। टाटा स्काई की बात करें तो 350 रूपए महीने के हिसाब से साल भर का 4200 रूपए बैठता है।

साल में दस बार अगर कोई अपनी फैमिली के साथ थिएटर जाए तो उसका खर्चा होता है 16 हजार 800 रूपए। लीजिए अभी बाकी है। डिजिटल जमाना है अब सिर्फ टीवी तक थोड़ी रूकेंगे। मार्केट में वेब ऐप्स आ चुकी हैं। हॉटस्टार, नेटफ्लिक्स, प्राइम जैसी हाई फाई ऐप का सब्सक्रिप्शन लोग रखते हैं खासकर यूथ इसको पसंद करता है।

हॉटस्टार की बात करें को एक साल के सब्सक्रिप्शन के लिए 999 रूपए खर्च करने होते हैं। नेटफ्लिक्स तो फिर और भी रहीसी चीज़ है। उसके एक महीने के सब्सक्रिप्शन के ही 500 (जिसमें फंक्शन्स लिमिटेड हैं) लग जाते हैं, साल के हो जाते हैं 6000 रूपए।

अब बात इन ऐप्स के साथ ही खत्म हो जाती तो बात ही क्या थी। इनके लिए करवाना पड़ता है नेट पैक। भतेरे ऑफर और उतने ही दाम। वो रिचार्च भी करवाना पड़ता है। नेटफ्लिक्स में अगर क्वालिटी अच्छी लेनी हो जेब खाली भी हो सकती है। 10000 का खर्चा साल का पकड़ो।

अब एस्टीमेट लगाओ, साल में 30 हजार से भी ज्यादा सिर्फ एंटरटेनमेंट के नाम पर एक सामान्य आदमी खर्च कर रहा है। ये यहीं तक लीमिटेड नहीं है। मनोरंजन टैक्स नामक चीज भी है जिसके बाद ज्यादा पैसे देने पड़ते हैं।

अब टैक्स वैक्स की बात आती है तो जिक्र होता है सरकार का। उसने इस सेक्टर में महंगाई को लेकर कुछ किया नहीं है। टैक्स लगातार बढ़ ही रहा है। यानी आने वाले समय में भी मनोरंजन लगातार महंगा होता जाएगा।

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