चिंताजनक: 16 राज्यों के 150 फीसदी तक बढ़े कोरोना संक्रमण के मामले

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देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के एक बार फिर तेजी से बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक प्रेसवार्ता में कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में पिछले 15 दिनों में 16 राज्यों के 70 जिलों में कोविड-19 के मामले में 150 फीसदी तक बढ़ोतरी देखी गई है। कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों का 60 फीसदी हिस्सा महाराष्ट्र में है। भूषण ने बताया कि पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना के 400 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नए कोविड-19 मामलों का न्यूनतम बिंदु नौ फरवरी था।

आज कोरोना वायरस के नए मामलों में सप्ताह दर सप्ताह करीब 43 फीसदी वृद्धि हुई है। कोरोना के चलते होने वाली नई मौतों के मामलों में सप्ताह दर सप्ताह करीब 37 फीसदी बढ़त हुई है। देश में अभी तक कोरोना वैक्सीन की कुल 3.51 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वैक्सीन की सर्वाधिक बर्बादी

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि 15 मार्च को पूरी दुनिया में कोरोना वैक्सीन की 83.4 लाख खुराकें लगाई गई थीं। इसमें से 36 फीसदी टीकाकरण अकेले भारत में हुआ था। उन्होंने कहा कि देश में कुल 6.5 फीसदी वैक्सीन की बर्बाद हो रही है। तेलंगाना में वैक्सीन की बर्बादी सर्वाधिक 17.6 फीसदी तो आंध्र प्रदेश में यह 11.6 फीसदी दर्ज की गई है। भूषण ने कहा कि हमने राज्यों से कहा है कि वैक्सीन की बर्बादी के तेजी से कम करने की जरूरत है। उसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटिंग’ को प्रभावी तरीके से करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सभी राज्यों से इसका पालन करने का अनुरोध किया गया है, ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।

देश में कोरोना मृत्यु दर दो फीसदी से भी कम

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भूषण ने बताया कि कर्नाटक में कोरोना वायरस सकारात्मकता दर 1.3 फीसदी है। कर्नाटक सरकार को हमारी सलाह है कि जांच बढ़ाएं। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि देश में मृत्यु दर अभी भी दो फीसदी से कम बनी हुई है, जबकि कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं।

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