मिस्टर इंडिया की वे रोचक बातें जो शायद आपको भी पता न हो

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वर्ष 1987 में प्रदर्शित हुई ‘मिस्टर इंडिया’ साइंस फिक्शन पर आधारित फिल्म थी। इस फिल्म को शेखर कपूर ने निर्देशित किया। इस फिल्म का नायक अरुण वर्मा एक सीधे—साधे स्वभाव वाला होता है, जो अनाथ बच्चों की देखभाल करता है। इस फिल्म का खलनायक दुष्ट मोगैम्बो होता है और उसके गुंड़ों द्वारा गरीबों लोगों को परेशान करता है। अरुण को एक घड़ी मिलती है, जिसे पहनने वाला आदमी अदृश्य हो जाता है। अरुण इस उपकरण की शक्ति का उपयोग नेक कामों के लिए करता है और मिस्टर इंडिया बनकर बुरी ताकतों से लड़ता है। इस घड़ी को लाल बत्ती से बचना होता था, ताकि वह पकड़े जाने से बच सके। इस फिल्म में मोगैम्बो की रहस्यमयी गुफा में मौजूद मिसाइलें, तेजाब के कुएं और बड़े-बड़े लाल, हरे बटनों वाले कम्प्यूटर एक मज़ेदार अहसास था।

अनिल कपूर ने अरुण वर्मा उर्फ मिस्टर इंडिया की भूमिका निभाई, जबकि दिवंगत अमरीश पुरी ने मोगैम्बो की भूमिका निभाई, जो अब तक के बॉलीवुड में सबसे प्रतिष्ठित खलनायकों में से एक माना जाता है। दिवंगत श्रीदेवी ने इस फिल्म में मेहनतकश रिपोर्टर सीमा की भूमिका निभाई, जो अरुण के घर में पेइंग गेस्ट के रूप में आती है। मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी के अभिनय को उनका सबसे अच्छा अभिनय माना जाता है।

हाल में 29 मई, 2019 को मिस्टर इंडिया फिल्म के प्रदर्शन को 32 साल पूरे हुए हैं। निर्देशक शेखर कपूर ने इस फिल्म के 32 साल पूरे होने पर ट्वीट करके प्रशंसकों को याद दिलाया।

ये हैं ‘मिस्टर इंडिया’ फिल्म की रोचक बातें, जो शायद आपको पता न हो

  • मिस्टर इंडिया फिल्म के नायक अरुण वर्मा की मुख्य भूमिका के लिए अनिल कपूर निर्माता की पहली पसंद नहीं थे। उनसे पहले निर्माता अमिताभ बच्चन को लेना चाहते थे, लेकिन राजनीति में व्यस्त होने के कारण वह इस सुपरहिट फिल्म में अभिनय करने से वंचित रहे गए।
  • वहीं खलनायक की भूमिका में भी ‘मोगैम्बो’ की भूमिका निभाने के लिए अमरीश पुरी निर्माता की पहली पसंद नहीं थे, उनसे पहले अनुपम खेर को इस भूमिका के लिए तैयार किया गया था।
  • मिस्टर इंडिया बॉलीवुड फिल्म लेखक जोड़ी सलीम—जावेद द्वारा लिखी अंतिम फिल्म थी।
  • फिल्म की रोचक बात यह है कि सलीम—जावेद ने इस फिल्म की पटकथा सुपर स्टार अमतिभ बच्चन का ध्यान में रखकर लिखी थी। बाद में कुछ कारणों से अमिताभ यह फिल्म नहीं कर पाए और अनिल कपूर को इस फिल्म में अभिनय करने का मौका मिल गया।
  • बोनी कपूर फिल्म के निर्माता हैं। जिस दृश्य में स्वर्गीय अशोक कुमार का चरित्र उनकी कक्षा को पढ़ा रहा है, हम ब्लैकबोर्ड में ‘बोनीज लॉ ऑफ टाइम-स्पेस क्वांटम’ वाक्यांश देख सकते हैं।
  • इस फिल्म में अभिनेत्री श्रीदेवी को उनकी भूमिका के लिए 11 लाख रुपये मेहनताना दिया गया, जो उस समय के हिसाब से एक अभिनेत्री को दिया गया सर्वाधिक मेहनताना था।
  • इस फिल्म में बाल कलाकार के रूप में भूमिका निभाने वाले बच्चों में से आफताब शिवदासनी और करण नाथ बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुके हैं।
  • यही नहीं बच्चों की टोली का हिस्सा रहे बाल कलाकार अहमद खान बॉलीवुड में कोरियोग्राफर और निर्देशक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
  • अहमद खान बचपन से ही अच्छे डांसर थे और बताया जाता है कि श्रीदेवी ने उनके साथ ‘हवा हवाई’ डांस स्टेप्स के लिए रिहर्सल करती थीं।
  • इस फिल्म में अभिनेता अशोक कुमार ने एक छोटी भूमिका निभाई थी। इससे पहले वे एक अदृश्य आदमी की भूमिका वर्ष 1957 में आयी फिल्म ‘मिस्टर एक्स’ में निभा चुके थे। इस फिल्म को बाद में वर्ष 2014 में दोबारा बनाया गया, जिसमें अभिनेता इमरान हाशमी ने मुख्य भूमिका निभाई।
  • इस फिल्म का निर्देशक शेखर कपूर को बनाया गया जिसका कारण था कि उन्हें बाल कलाकारों पर आधारित फिल्म ‘मासूम’ में बच्चों के साथ काम करने का अनुभव था।
  • इस फिल्म में आमिर खान शूटिंग के दौरान शेखर कपूर के लिए सहायक निर्देशक बनना चाहते थे।
  • धर्मेंद्र ने ‘मिस्टर इंडिया’ के निर्माताओं पर 1966 की फिल्म ‘फूल और पत्थर’ का गाना ‘जिंदगी में प्यार करना चाहिए’ गाना चोरी करने का आरोप लगाया था। ‘हवा हवाई’ गाने के लिए भी साहित्यक चोरी करने का आरोप लगाया।
  • इस फिल्म के उपरोक्त दोनों गाने नट किंग कोल और बेबिल गिलबर्टो के ‘ब्राजीलियन लव सॉन्ग’ से प्रेरित लगते हैं।
  • ‘हवा हवाई’ गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान एक पंक्ति में गलती हुई, जिसे संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने जानबूझकर छोड़ दिया। पहले अंतरा के अंत में गायिका कविता कृष्णमूर्ति ने ‘जानो जो तुम …’ की जगह ‘जीएन जो तुम …’ गाना गाया। वह इसे दूसरी पंक्ति में सुधारती है, लेकिन लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने वहां पर पहला गलत शब्द छोड़ दिया।

  • ‘हवा हवाई’ गाने की इस पंक्ति को लेकर बॉलीवुड में दो फिल्में बनीं, इसे कल्कि कोचलिन की ‘शैतान’ और विद्या बालन की ‘तुम्हारी सुलु’ में गाया गया।
  • मिस्टर इंडिया फिल्म को भारतीय सिनेमा के शताब्दी वर्ष में 100 सबसे महानतम भारतीय फिल्मों में शामिल किया गया।
  • मिस्टर इंडिया फिल्म का दक्षिण भारत सिनेमा में तमिल और कन्नड़ में भी इसका रीमेक बनाया गया।
  • एक दृश्य के दौरान जिसमें अरुण और सीमा एक कॉकरोच से डर जाते हैं, शेखर कपूर ने कॉकरोच पर व्हिस्की डाल दी थी ताकि वह अपने स्थान पर चिपका रहे।
  • मिस्टर इंडिया उक्त टाइटल वाली एकमात्र बॉलीवुड फिल्म नहीं है। 1961 की एक फ़िल्म है, जो इसी नाम से शेयर करती है, जिसमें मुख्य भूमिका में आईएस जौहर हैं।
  • मिस्टर इंडिया वर्ष 1987 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने बॉलीवुड फिल्म थी, इस वर्ष की सर्वाधिक कमाई वाली फिल्म धर्मेंद्र अभिनीत हुकूमत थी।
  • अनिल कपूर ने फिल्म के प्रमोशन के दौरान शारजाह कप क्रिकेट मैच के दौरान हुए टॉस में सिक्का उछालते समय मिस्टर इंडिया की ड्रेस पहनी थी।
  • अनिल कपूर पूरी फिल्म के दौरान एक ही पोशाक पहनते हैं।
  • हालांकि इस फिल्म ने हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन फिर भी मिस्टर इंडिया को फिल्मफेयर पुरस्कारों के दौरान एक भी पुरस्कार नहीं मिला। इसका कारण वर्ष 1987 और 88 में कोई समारोह आयोजित नहीं किया गया था।
  • सतीश कौशिक मिस्टर इंडिया के मुख्य सहायक निर्देशक थे, जो इस फिल्म में एक प्रतिष्ठित चरित्र कैलेंडर की भूमिका निभाते हैं।
  • मिस्टर इंडिया का आधार पूर्व में हिट दो फिल्मों से प्रेरित था, जो अशोक कुमार की मिस्टर एक्स और शम्मी कपूर की बाल ब्रह्मचारी (अनाथ बच्चों की देखभाल करने वाला अरुण) में शामिल थी। मिस्टर एक्स फिल्म भी एच.जी. वेल्स के प्रसिद्ध उपन्यास ‘द इनविजिबल मैन’ से प्रेरित थी।
  • विकिपीडिया के अनुसार, मिस्टर इंडिया का लोकप्रिय पेरौडी गीत कई प्रसिद्ध गीतों के अनुकरण द्वारा तैयार किया गया, जिनमें हैं- “प्यार में सौदा नहीं” (बॉबी) “चहूंगा मैं तुझ” (दोस्ती), “सावन का एक महिना” (मिलन), “एक प्यार का नगमा है “(शोर),” तेरे मेरे बीच में “(एक दूजे के लिए),” ढपली वाले ढपली बाजा “(सरगम),” मेरा नाम है चमेली “(राजा और रंक),” खिलौना जाना कर “(खिलौना) , “झूठा है तेरा वादा” (दुश्मन) और “ओम शांति ओम” (कर्ज)।
  • बोनी कपूर ने अनिल कपूर और श्रीदेवी की मुख्य जोड़ी वाली मिस्टर इंडिया का सीक्वल बनाने की योजना बनाई थी। सलमान खान से कथित तौर पर खलनायक की भूमिका निभाने की पेशकश की गई थी। बोनी के बेटे अर्जुन कपूर को भी कथित तौर पर फिल्म में भूमिका अदा करनी थी। बाद में वर्ष 2018 में श्रीदेवी के असामयिक निधन के बाद इस योजना से ध्यान हटा लिया गया।
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