क्रिकेट के वे रिकॉर्ड जो सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के नाम दर्ज हैं, जानिए

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क्रिकेट अनिश्चितताओं वाला खेल है और इसमें कोई न कोई रिकॉर्ड हर साल बन जाता है। ऐसे में कुछ रिकॉर्ड जो अभी तक केवल भारतीय खिलाड़ियों के नाम हैं, जिन्हें दुनिया में अभी तक कोई नहीं तोड़ सका है। आईये जानते हैं कुछ ऐसे ही खिलाडियों के बारे में…

‘कंजूस’ गेंदबाज थे बापू नाडकर्णी
क्रिकेट का एक रिकॉर्ड जो पांच दशक के बाद भी नहीं टूट सका है वो है सबसे अधिक मेडन ओवर करने का। जी हां भारत के एक ऐसे गेंदबाज जिनके नाम से नई युवा पीढ़ी शायद ही वाकिफ हो। वे हैं रमेशचन्द्र गंगाराम ‘बापू’ नाडकर्णी, भारतीय क्रिकेट के उस दौर के खिलाड़ी थे जब क्रिकेट की जागरूकता बहुत कम थी।


बापू के नाम एक ऐसा विश्व रिकॉर्ड है, जिसको अभी तक कोई तोड़ नहीं सका है। 1963-64 में इंग्लैंड के विरुद्ध मद्रास (अब चेन्नई) में हुए टेस्ट मैच में बापू के नाम एक पारी में सबसे ज्यादा लगातार 21 मेडन ओवर फेंकने का विश्व रिकॉर्ड है। उस मैच में बापू ने कुल 32 ओवर गेंदबाजी की थी और मात्र 5 रन दिए थे। लगातार मेडन फेंकने के दौरान नाडकर्णी नें 131 डॉट बाल्स डाली थी। बापू नाडकर्णी विश्व क्रिकेट में अपनी किफ़ायती गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे।
हरफनमौला की हैसियत से भारत के लिए 41 टेस्ट मैच खेले बापू नाडकर्णी की छवि एक बेहद ‘कंजूस’ गेंदबाज की थी। उनकी गेंदों की लाइन और लेंथ इतनी सटीक होती थी कि बल्लेबाज के लिए उनके खिलाफ रन बनाना बेहद मुश्किल होता था।

पहले ओवर में हैट्रिक बनाई इरफ़ान पठान


विश्व क्रिकेट में कई अनचाहे रिकॉर्ड बनें, कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि टेस्ट क्रिकेट में पहली पारी के पहले ओवर में ही कोई गेंदबाज हैट्रिक बना पाएगा और उनके खिलाफ जो अपने समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हो। पर ऐसा संभव कर दिखाया भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज इरफ़ान पठान ने। उन्होंने यह कारनामा जनवरी 2006 में पाकिस्तान के विरुद्ध किया। जब उन्होंने पारी के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर विश्व रिकॉर्ड बना डाला। वो ऐसा करने वाले विश्व के पहले और एकमात्र खिलाड़ी हैं। इरफ़ान की हैट्रिक का शिकार बनने वालों में थे, सलमान बट, यूनुस खान और मोहम्मद यूसुफ।

राहुल द्रविड़

कभी भारत की दीवार यानि ‘द वाल’ के नाम से प्रसिद्ध राहुल द्रविड़ ने अपनी बल्लेबाजी से भारत को कई मैच जिताए हैं। उनके नाम यूं तो कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं, पर ये अनोखा रिकॉर्ड इनको सबसे अलग बनाता है। क्रिकेट इतिहास में 30,000 से अधिक गेंदों का सामना करने वाले द्रविड़ विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। द्रविड़ नें अपने कॅरियर में कुल 31,258 गेंदों का सामना किया। इसके साथ ही टेस्ट प्रारूप में 200 कैच लपकने वाले द्रविड़ पहले खिलाड़ी थे। राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में पिच पर 44152 मिनट बिताए हैं।

सचिन तेंदुलकर

क्रिकेट के ‘भगवान’ के नाम से प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी सचिन रमेश तेंदुलकर के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। वैसे तो सचिन के रिकॉर्ड्स की लिस्ट काफी लंबी है, पर कुछ ख़ास रिकॉर्ड्स उनके नाम हैं। जैसे- टेस्ट क्रिकेट में 300 से अधिक पारी खेलने वाले सचिन विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। उन्होंने 329 पारियों में बल्लेबाजी की है। क्रिकेट में 100 शतक लगाने का रिकॉर्ड भी केवल सचिन तेंदुलकर के पास ही है। सचिन ने एकदिवसीय क्रिकेट में 49 तथा टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाए हैं।

महेंद्र सिंह धोनी


कैप्टन कूल की छवि से पहचाने जाने वाले भारत के सफलतम कप्तान मेहन्द्र सिंह धोनी ने सबसे अधिक बार आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पारी ख़त्म करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। ये कारनामा वह 9 बार कर चुके हैं। विकेटकीपर के रूप में सबसे अधिक स्टंपिंग का भी विश्व रिकॉर्ड भी कैप्टन कूल के खाते में ही है। भारत तथा विश्व के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी सबसे पहले 200 छक्के मारने वाले पहले खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही सबसे अधिक मैचों में कप्तानी करने का रिकॉर्ड भी धोनी के नाम ही है। दूसरे नंबर पर हैं ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग जिन्होंने 324 मैचों में कप्तानी की। महेंद्र सिंह धोनी ने 331 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की । महेंद्र सिंह धोनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 190 स्टम्पिंग के साथ नंबर एक पर हैं। उनके बाद कुमार संगकारा का नंबर आता है जिनके नाम 139 स्टम्पिंग हैं।

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