हाल में हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए हैं। इसके बाद अब भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी कर ली है। चुनाव आयोग ने झारखंड विधानसभा के लिए चुनावी कार्यक्रम भी घोषित कर दिया है। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए कुल पांच चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को होगा, जबकि 23 दिसंबर को इस चुनाव के नतीजे आएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की। इस घोषणा के साथ ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है।
20 दिसंबर को होगा आखिरी चरण का मतदान
निर्वाचन आयोग की जानकारी के मुताबिक़, झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 30 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान सात दिसंबर को होगा। तीसरे चरण की वोटिंग 12 दिसंबर, जबकि चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर को होगा। पांचवें और आखिरी चरण की वोटिंग 20 दिसंबर को होगी। इसके बाद 23 दिसंबर को इस चुनाव के परिणाम आएंगे। उल्लेखनीय है कि झारखंड में कुल 2.265 करोड़ मतदाता हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार 20 फीसदी ज्यादा मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वोटिंग कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। बता दें कि झारखंड के 19 जिलों की 67 सीटें नक्सल प्रभावित हैं। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के लिए 19 जिले संवेदनशील और 13 अति संवेदनशील घोषित किए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विशेष सुरक्षा इंतजाम कराए गए हैं। आयोग इस बार पिछली बार की तुलना में अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रयास करेगा।
झारखंड में अभी भाजपा-आजसू की गठबंधन सरकार
झारखंड में अभी भारतीय जनता पार्टी की आजसू यानि ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन के साथ गठबंधन की सरकार है। भाजपा के रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री हैं। गत विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 37 और उसके सहयोगी दल आजसू ने 5 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी। हाल में हरियाणा और महाराष्ट्र में अकेले के दम पर पूर्ण बहुमत नहीं पाने का झटका खाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने झारखंड में अपनी सत्ता बचाने की कड़ी चुनौती होगी। उसे कांग्रेस, झामुमो यानि झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास पार्टी और आरजेडी की चुनौती की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। बता दें, 81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी 2020 को समाप्त हो रहा है।
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झारखंड राज्य में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं। किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए 41 सीटों की जरूरत होगी। अगर पिछले चुनाव की बात करें तो सत्ताधारी भाजपा को 37 और उसके सहयोगी दल आजसू को पांच सीट मिली थी। इनके अलावा दूसरी सबसे ज्यादा सीट जीतने वाली पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा थी, जिसने 19 सीटों पर जीत हासिल की। गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 6, झाविमो को 8 और अन्य को छह सीट मिली थीं।