अमेरिकी की डेल्टा फोर्स ने मार गिराया आईएस आतंकी बगदादी को, पढ़ें पूरी घटना

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कुख्यात आतंकी अबु बकर अल बगदादी को अमेरिकी सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में मार दिया है। इसका ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया है। अबु बकर की अगुवाई में इस्लामिक स्टेट ने पिछले एक दशक से भी अधिक समय तक दुनिया पर कई आतंकी हमलों किए जिसने लोगों के दिलों में दहशत फैला रखी थी, अब हमेशा के लिए शांत हो गया। ट्रंप ने बताया कि आतंक का यह आका अपने अंतिम समय में कैसे गिड़गिड़ा रहा था, रो रहा था और जिदंगी की भीख मांग रहा था।

उत्तरी सीरिया की सीमा के नजदीक इडलिब प्रांत में बारिशा गांव में बनी सुरंग में छुपे आतंकी अबु बकर को मौत तक पहुंचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका डेल्टा फोर्स के जवान ने निभाई है। यह फोर्स अमेरिका की बेहद खतरनाक फोर्स है। उसने अपने मिशन को कामयाब बनाने के लिए इस गांव पर हेलिकॉप्टर से सैनिक उतरे और दुनिया के कुख्यात आतंकी अबु बकर अल बगदादी के कंपाउंड में पहुंच पहुंच गए। डेल्टा फोर्स से बचने के लिए बगदादी ने सुरंग में दौड़ लगाई लेकिन सुरंग का रास्ता खत्म होने पर उसने खुद को ही आत्मघाती जैकेट से उड़ा लिया। इस प्रकार जो खुद आतंक और खौफ का पर्याय था, उसे इस फोर्स से ऐसा डरने के लिए मजबूर किया कि खुद को ही उड़ा लिया।

डेल्टा फोर्स

1st स्पेशल फोर्स ऑपरेशनल डिटैचमेंट-डेल्टा (1st SFOD-D) यूनिट, जिसे डेल्टा फोर्स के रूप में भी जाना जाता है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के सुरक्षा विभाग द्वारा कॉम्बैट एप्लिकेशन्स ग्रुप (सीएजी) के रूप में एक विशिष्ट अभियान सेना (SOF) है। यह दुनियाभर में संयुक्त विशेष अभियान में भाग लेती है। यह यूएसए की मुख्यत: आतंकवाद विरोधी यूनिट है।

डेल्टा फोर्स का प्रमुख कार्य आतंकवाद-निरोध, बंधक बचाव, प्रत्यक्ष कार्रवाई द्वारा विद्रोह को दबाना है। इसने कई गुप्त मिशन को कुशलता के साथ पूरा किया है। यह अमेरिकी नौसेना के जवानों से सजी और दुनिया की सबसे उच्च प्रशिक्षित विशेष बल है। डेल्टा फोर्स के अस्तित्व को अमेरिकी सरकार आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं करती है।

बेकविथ ने किया था डेल्टा फोर्स का गठन

बेकविथ ने वर्ष 1962 में ब्रिटिश स्पेशल एयर सर्विस में एक्सचेंज ऑफिसर के रूप में मलेशिया में कम्युनिस्ट गुरिल्ला के खिलाफ सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दिया था। अपने जीवन के कड़े संघर्षेां के आधार पर उसने एक ऐसे सुरक्षा बल की आवश्यकता महसूस की, जो अपरंपरागत खतरों से लड़ने के लिए जल्दी से एकजुट हो सके। इन्हीं अनुभवों ने बेकविथ को तपाकर मजबूत कर दिया था और फिर उन्होंने ही क्यू कोर्स की नींव रखी, जिसे आज अमेरिका की ग्रीन बेरेट स्पेशल ऑपरेशन फोर्स को ट्रेनिंग देने में इस्तेमाल किया जाता है।

इसकी स्थापना वर्ष 1977 में कर्नल चार्ली ए बेकविथ ने की थी। उसने एक से इसका मुख्यालय नॉर्थ कैरोलिना के फोर्ट ब्रैग में है। इसके ऑपरेटर तटरक्षक बल और नेशनल गार्ड के साथ ही ज्यादातर का चयन अमेरिका की सैन्य बलों से भर्ती किए जाते हैं। कई ऑपरेटरों को आर्मी रेंजर्स और ग्रीन बेरेट्स लिया जाता है।

उनका मानना था कि एक ऐसी फोर्स होनी चाहिए जो शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद मजबूत हो और फील्ड में स्वतंत्र तौर पर काम करने में सक्षम हो। बेकविद चाहते थे कि इसमें केवल अनुभवी अधिकारी और नॉन कमीशन्ड ऑफिसर्स ही हो जो पहले ही युद्धक्षेत्र में अपनी क्षमता साबित कर चुके हों। वर्तमान में बेकविद के विजन को पूरी तरह से डेल्टा फोर्स में लागू किया गया है। डेल्टा ऑपरेटर ट्रेनिंग कोर्स क्वालिफाई करने के लिए भी आपके पास कई कामों का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा, पैराशूट ऑपरेट करने की क्षमता और सीक्रेट सिक्योरिटी क्लीयरेंस भी अनिवार्य है।

इस तरह होती है ट्रेनिंग

डेल्टा फोर्स के ज्यादातर ट्रेनी अमेरिकी आर्मी के दो खास ऑपरेशन दलों 75वीं रेंजर रेजिमेंट और ग्रीन बेरेट से ही भर्ती किए जाते हैं। ऑपरेटर को ट्रेनिंग के दौरान बंधकों को छुड़ाने संबंधी बेहद कठिन ट्रेनिंग दी जाती है। सिविलियन बिल्डिंग, एयरलाइनर और युद्धपोत में जवानों को बंधकों को छुड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इन्हें बम बनाने की तकनीक भी सिखाई जाती है। इन्हें सीआईए से जासूसी की कला भी सिखाई जाती है। इन ट्रेनियों में से कुछ चुनिंदा लोग ही शामिल हो पाते हैं।

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