देश में अगस्त से शुरू हो जाएगी 5जी कॉल सेवा, जल्द हो सकती है स्पेक्ट्रम की नीलामी

Views : 862  |  3 minutes read
5G-Service-in-India

देश में पहली 5जी कॉल अगस्त-सितंबर में होने की उम्मीद है। सरकारी सूत्रों ने कहा, इसके लॉन्च होने के बाद भारत न सिर्फ 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी में बड़ी छलांग लगा सकेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर एक भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में इसकी स्थिति भी मजबूत होगी। सूत्रों ने कहा, स्वदेशी 5जी निजी कंपनियों के लिए आकर्षक और आर्थिक रूप से व्यावहारिक होगा। देश में पहली 5जी कॉल के समय संबंधी सवाल पर कहा, यह अगस्त-सितंबर में संभव होगी। इसके लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी जून से जुलाई के बीच होने के लिए सही राह पर है। हालांकि, नीलामी में स्पेक्ट्रम आवंटन 20 या 30 साल के लिए होगा या नहीं, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है।

कीमतों को लेकर उद्योग की चिंता दूर करेंगे: दूरसंचार मंत्री

दूरसंचार नियामक ट्राई ने 30 वर्षों में आवंटित रेडियो वेव के लिए कई बैंडों में आधार मूल्य पर 7.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की एक नीलामी की योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि हम समय पर इस नीलामी करेंगे। अगर सरकार 30 सालों की अवधि के लिए स्पेक्ट्रम आवंटन करती है तो ट्राई एक लाख मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए सिफारिश की है। अगर 20 साल के लिए आवंटन होता है तो आरक्षित मूल्य के आधार पर इसकी कुल वैल्यू 5.07 लाख करोड़ रुपये होगी।

स्पेक्ट्रम की कीमतों में 39 फीसदी की कटौती की सिफारिश

5जी के लिए भले ही ट्राई ने स्पेक्ट्रम की कीमतों में 39 फीसदी की कटौती की सिफारिश की है, लेकिन बावजूद इसके दूरसंचार कंपनियों का मानना है कि अभी भी भारत में 5जी स्पेक्ट्रम की कीमतें दुनिया के मुकाबले ज्यादा हैं। मंत्री ने कहा कि जहां तक स्पेक्ट्रम की कीमतों से जुड़ी ट्राई की सिपारिशों की बात है तो इसका जल्द ही अच्छा हल निकाला जाएगा। इससे यह संकेत मिल रहा है कि आने वाले दिनों में कीमतों में कुछ और बदलाव हो सकता है। कीमतों से संबंधित उद्योग की चिंताओं को भी सुलझाया जाएगा।

दूरसंचार मंत्रालय के मुताबिक, 5जी स्पेक्ट्रम के लिए कितना शुल्क कंपनियां देंगी, इस पर फिलहाल ट्राई और दूरसंचार कंपनियों के बीच एकमत नहीं है। नीलामी की प्रक्रिया को प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए ट्राई ने 700 मेगाहर्टज की कीमतों में 40 फीसदी की कटौती की सिफारिश की है।

भारत द्वारा 5जी परीक्षणों से चीनी कंपनियों को दूर रखने के फैसले को अमेरिका ने सराहा

COMMENT