ठांय-ठांय के बाद UP पुलिस का नया प्रयोग, रात को बजाएगी ‘जागते रहो’ का सायरन !

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क्या आपको याद है रात को कुछ समय पहले हमारी गली-मोहल्लों में रात को एक वॉचमैन लाठी बजाता हुआ आता था, और जोर-जोर से ‘जागते रहो’ ‘जागते रहो’ बोलता था। जैसे-जैसे हम बड़े हुए वो वॉचमैन हमें गलियों में दिखना बंद हो गया, क्योंकि अब गलियां बालकनियों में बदल गई है और घर बहुमंजिला अपार्टमेंट में बसने लगे हैं, तो वॉचमैन भी अब सभी का अपना परमानेंट हो गया।

आपको लग रहा होगा कि आज हम आपको उस नॉसटेल्जिया में क्यों ले जा रहे हैं तो आइए बताते हैं आपको इसकी वजह। उत्तर प्रदेश पुलिस ने राजधानी लखनऊ में एक नई पहल की है। अब रात में गश्त लगाने वाली पुलिस की गाड़ी से एक सायरन बजता हुआ सुनाई देगा।

सायरन से ‘जागते रहो, जागते रहो’ की आवाज आएगी। पुलिस का कहना है कि इस पहल से अपराध और रात में घूमने वाले असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाई जा सकेगी। इससे जनता भी अलर्ट रहेगी।

यूपी पुलिस और अनोखे प्रयोग –

यूपी पुलिस के काम करने के अंदाजा को आप वहां होने वाली क्राइम की घटनाओं या फिर किसी भी राजस्थानी या बिहारी से भी पूछ कर लगा सकते हैं। फिर भी यूपी पुलिस नए-नए प्रयोग करने में किसी से भी पीछे नहीं है। सायरन वाले प्रयोग से पहले यूपी के आजमगढ़ में पुलिस ने लोगों को गुलाब के फूल बांटे जिसके पीछे उद्देश्य था कि लोगों का भरोसा पुलिस पर बना रहे।

जब साल 2017 में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद मार्च में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद संभाला था, तब अपराधों को रोकने के लिए कई तरह के वादे किए थे। आदित्यनाथ के सत्ता संभालने के बाद, उत्तर प्रदेश में फर्जी मुठभेड़ों और हिरासत में हुई मौतों का एक लंबा दौर चला था।

एनएचआरसी ने बताया था कि जेल में होने वाली मौतों में यूपी ने टॉप तक किया था। दूसरी ओर यूपी के मुख्यमंत्री का कहना था कि पुलिस को राज्य में बढ़ते अपराधों को देखते हुए स्वतंत्रता देनी होगी।

योगी के कार्यकाल में ही पुलिस ने ‘ऑपरेशन क्लीन’ चलाया जिसमें कई फेक एनकाउंटर हुए। ऐसे में पुलिस का यह सायरन बजाना कहां तक अपराधों को रोकने में कामयाब होगा ये तो वक्त ही बताएगा।

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