राज्यसभा की तीन रिक्त सीटों पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सभी पर कब्जा जमाया है। गुजरात की दो और असम की एक राज्यसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में सोमवार को भाजपा प्रत्याशी दिनेशचंद्र अनवाडिया, रामभाई मोकारिया और विश्वजीत दैमरी निर्विरोध विजयी घोषित हुए हैं। गुजरात की दो में से एक सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल के निधन के कारण खाली हुई थी। गुजरात की दो राज्यसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।
राज्यसभा सदस्यों के निधन से खाली हुई गुजरात की सीट
कांग्रेस वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण पिछले साल 25 नवंबर को मृत्यु हो गयी थी। पटेल वर्ष 1993 से गुजरात की उस सीट से सांसद थे। राज्य की दूसरी सीट एक दिसंबर को भाजपा के अभय गणपतराय भारद्वाज की कोरोना वायरस से निधन के कारण खाली हुई थी। गणपतराय भारद्वाज पहली बार साल 2019 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। निर्वाचन अधिकारी सीबी पांड्या ने सोमवार को अनवाडिया और मोकारिया के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की।
आपको बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की दोनों सीटों के लिए उपचुनाव अलग-अलग होने थे। 182 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास फिलहाल 65 विधायक हैं और उसने जीत की संभावना नगण्य होने के कारण किसी भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारने का फैसला किया। वहीं, वर्तमान में भाजपा के 111 विधानसभा सदस्य हैं।
दैमरी ने बीपीएफ छोड़ने के बाद राज्यसभा से दिया था इस्तीफा
उधर, असम में भाजपा के उम्मीदवार विश्वजीत दैमरी भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए। जानकारी के अनुसार, सोमवार को नाम वापसी के अंतिम दिन किसी और प्रत्याशी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। इस वजह से दैमरी को असम से राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव में विजेता घोषित किया गया। बता दें कि दैमरी ने पिछले साल 21 नवंबर को बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट यानि बीपीएफ छोड़ने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था और अगले ही दिन भाजपा में शामिल हो गए थे। अब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें की रिक्त सीट पर अपना उम्मीदवार बनाकर राज्यसभा में भेजा है।
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