बर्थडे: जब सीधे साधे राहुल द्रविड़ को 20 वर्षीय लड़की ने बना दिया था बकरा

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‘द वॉल’, ‘मिस्टर डिपेंडेबल’, ‘जैमी’ के नाम से मशहूर पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 11 जनवरी, 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था। बाद में उनका परिवार बैंगलोर जाकर बस गया, जहां द्रविड़ का आगे लालन-पालन हुआ। भारत के लिए 164 टेस्ट और और 344 वनडे मैच खेलने वाले द्रविड़ ने 12 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। आज वे टीम इंडिया के मुख्य कोच की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।

राहुल द्रविड़ के खेल से तो हम सब वाकिफ हैं, लेकिन आज कुछ अलग हटकर बात करेंगे। बेहद शर्मीले और शांत स्वभाव के राहुल द्रविड़ एक समय लड़कियों के पोस्टर बॉय बन गए थे, हां लेकिन वो हार्दिक पांड्या टाइप वालों में से नहीं थे और इन चीजों से कोसों दूर रहा करते थे। अब पढ़िए उनके बकरा बनने से लेकर कई अनसुने किस्से जो हम स्टेप बाई स्टेप बताएंगे…

1. जब 20 साल की लड़की ने कमरे में खींचा

जनरेशन एक्स यानी 90 के दशक में जन्मे लोगों को एमटीवी पर आने वाला शो एमटीवी बकरा याद ही होगा। वही जिसमें किसी को भी रैंडमली पकड़कर उसका छीछालेदर कर देना। एक बार एमटीवी वालों ने राहुल द्रविड़ के साथ भी ऐसा ही किया। शो में द्रविड़ की एक फैन जिसकी उम्र 20 साल थी उसे बुलाया गया और वो द्रविड़ को पकड़कर एक कमरे के अंदर ले गई बाद में जो हुआ वो इस वीडियो में आप देख ही लीजिए।

 

2. मोस्ट सैक्सी मैन के खिताब से नवाजे जा चुके हैं द्रविड़ 

सैक्सी होने और दिखने के लिए हाथ में टैटू और नीले पीले बाल होना जरूरी नहीं, अगर आपको सैक्सी की यहीं परिभाषा पता है तो आज ही गूगल कर लीजिए या जान लीजिए राहुल द्रविड़ को। राहुल द्रविड़ जैसे फॉर्मल कपड़े पहनने वाले इंसान को ‘मोस्ट सैक्सिएस्ट स्पोर्ट्स पर्सनैलिटी ऑफ इंडिया’ का खिताब मिल चुका है। 2004 में एक सर्वे हुआ था, जिसमें द्रविड़ युवराज सिंह और सानिया मिर्जा को पीछे छोड़कर यह खिताब जीता था।

3. कमेंटेटर बोल रहे थे राहुल छक्का नहीं मार पाएंगे..

पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच चल रहा था और राहुल द्रविड़ क्रीज पर मौजूद थे और पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया का स्पैल चल रहा था। द्रविड़ डिफेंसिव मोड में पाकिस्तानी गेंदबाजों को तपा रहे थे और फील्डरों ने उन्हें चारों ओर से घेर रखा था। कमेंट्री कर रहे अरुण लाल और रमीज राजा के बीच बातचीत का दौर चल ही रहा था कि दोनों बोर हो गए और अरुण लाल बोल उठे कि अब मुझे नहीं लगता राहुल द्रविड़ इस फील्ड को देखकर कनेरिया को बाहर निकलकर मारेंगे बस फिर क्या था।

वीडियो देख लीजिए…

4. 1 रन बना बल्ला उठाया और जनता की कर दी चौपसी

ऑस्ट्रलिया के खिलाफ एक टेस्ट मैच में राहुल द्रविड़ ने 40 गेंदो का सामना कर एक भी रन नहीं बनाया तो ऑस्ट्रेलियाई दर्शक उनके खिलाफ हूटिंग करने लगे। आखिरकार द्रविड़ ने जब एक रन लिया तो दर्शक खड़े होकर ताली बजाने लगे कि जैसे उन्होनें शतक जड़ दिया हो। द्रविड़ ने भी जैसे को तैसा दिया और बल्ला उठाकर उनका अभिवादन कर डाला।

5. 19 नंबर की जर्सी पहनने के पीछे का राज

राहुल द्रविड़ 19 नंबर की जर्सी पहना करते थे। एक बार यूं ही उनसे पूछ लिया गया कि क्या ये आपका लकी नंबर है तो उन्होंने बताया, ‘नहीं इस दिन मेरी बीवी का बर्थडे आता है.. उसे याद रखने के लिए मैंने ये नंबर चूज किया है।

6. राहुल द्रविड़ का जैमी नाम कैसे पड़ा?

राहुल द्रविड़ को प्यार से उनके साथी जैमी बुलाते हैं और ये नाम उन्हें उनके पिता शरद द्रविड़ से मिला। दरअसल द्रविड़ के पिता किसान फैक्ट्री में काम किया करते थे जहां किसान जैम की बोतलें तैयार होती थी। इसलिए उनके पिता उन्हें जैमी के नाम से पुकारने लगे और तकदीर देखिए एक दिन किसान जैम के विज्ञापन में राहुल जैमी नाम के किरदार के साथ दिखाई दिए।

7. हॉकी के भी उस्ताद रहे राहुल द्रविड़

क्रिकेट में आने से पहले राहुल हॉकी स्टिक लेकर गोलपोस्ट की तरफ दौड़ने का काम भी किया करते थे। वो हॉकी के इतने अच्छे खिलाड़ी बन गए कि उन्हें कर्नाटका की जूनियर टीम से खेलने का न्यौता भी आ गया था।

8. इतने बढ़िया क्रिकेटर होकर एमबीए क्यों किया?

हमारी तरह भेड़चाल में नहीं बल्कि राहुल द्रविड़ ने बिजनेस में हाथ आजमाने के लिए सेंट जोसफ कॉलेज से एमबीए की डिग्री ली। द्रविड़ ने एमबीए करने के बाद उसका वाइवा राजस्थान रॉयल्स को दिया, जहां टीम चुनने से लेकर उसका वित्तिय प्रबंध देखना सब उनके ही जिम्मे था।

अपने रिटायरमेंट के सालों बाद महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ अब भी देश के लिए एक अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे पहले अंडर-19 और इंडिया-ए टीम के कोच थे। उन्होंने अपना काम बखूबी निभाया। द्रविड़ ने अपने निर्देशन में कई स्टार खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए तैयार किए। उनके इस कार्य का इनाम उन्हें बतौर टीम इंडिया कोच के रूप में मिला। राहुल द्रविड़ को नवंबर 2021 में टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। तब से वह सीनियर टीम को अपने निर्देशन में गाइड कर रहे हैं।

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