जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर एक ही प्रोफेशन के दो प्रत्याशी आमने-सामने

Views : 4770  |  0 minutes read
chaltapurza.com

देश में 17वीं लोकसभा के लिए होने जा रहे आम चुनावों में इस बार भी कई प्रोफेशन के लोग चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं। इसमें सिंगिंग, एक्टिंग, स्पोर्ट्स, एडवोकेसी जैसे प्रोफेशन प्रमुख है। देश में कई लोकसभा सीटें ऐसी भी हैं जहां एक ही प्रोफेशन के लोग चुनावी मैदान में एक-दूसरे के सामने खड़े हैं। इनमें कुछ अनुभवी है तो कुछ पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसा भी होता है कि दूसरे प्रोफेशन के लोग राजनीति में एंट्री तो मारते हैं लेकिन उन्हें यह रास नहीं आती है। ऐसे में वे वापस अपने प्रोफेशन में लौट जाते हैं। आज हम जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट की बात करने जा रहे हैं। इस सीट पर मुकाबला खिलाड़ी वर्सेज खिलाड़ी होने जा रहा है।

chaltapurza.com

शूटिंग वर्सेज डिस्कस थ्रो में होगा मुकाबला

राजस्थान की जयपुर ग्रामीण सीट से बीजेपी ने केन्द्रीय खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री राज्‍यवर्धन सिंह राठौड़ को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने राजस्थान के चुरु जिले की सादुलपुर विधानसभा सीट से विधायक कृष्णा पूनिया को टिकट दिया है। बीजेपी प्रत्याशी राज्‍यवर्धन सिंह राठौड़ ने 2004 के एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप निशानेबाजी में भारत के नाम रजत पदक किया था। इसके अलावा राठौड़ ने वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में दो बार स्‍वर्ण पदक जीता था। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी दो बार स्‍वर्ण अपने नाम कर देश का गौरव बढ़ाया। वहीं, डिस्कस थ्रो खिलाड़ी कृष्‍णा पुनिया भारत की ओर से तीन बार ओलंपिक में जा चुकी हैं। पूनिया ने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में डिस्क्स थ्रो इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।

chaltapurza.com

कृष्णा पूनिया ने 2013 में कांग्रेस का दामन ​थामते हुए राजनीति में कदम रखा था। वह 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी लेकिन उन्हें हार नसीब हुई। 2018 के विधानसभा चुनाव में राजस्थान कांग्रेस ने उन्हें फिर से टिकट देते हुए विश्वास जताया। इस कृष्णा पूनिया चुरु जिले की सादुलपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रही। वे वर्तमान में सादुलपुर से विधायक चुनी गई हैं। कांग्रेस ने उन्हें अब लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण सीट पर बीजेपी के मज़बूत प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के सामने उतारा है। यानी इस सीट पर खिलाड़ी वर्सेज खिलाड़ी का मुकाबला होगा। बीजेपी ने लगातार दूसरी बार राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को जयपुर ग्रामीण से अपना प्रत्याशी बनाया है।

chaltapurza.com

क्या कहते हैं दोनों स्पोट्स टर्न पॉलिटिक्स नेता

जयपुर ग्रामीण सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कर्नल राज्‍यवर्धन सिंह राठौड़ का कहना है कि अच्छी बात यह है कि खिलाड़ी भी अब राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। खिलाड़ी होने के कारण वे अनुशासित और अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र रहकर काम करते हैं। 2014 में जयपुर ग्रामीण सीट से पहली बार संसद पहुंचे कर्नल राठौड़ ने कहा कि वे काम करने में विश्वास करते हैं और यही एक अच्छे नेता की निशानी हो सकती है।

Read: जानिये क्या होता है आर्मी कोर्ट मार्शल, जिसका मेजर लीतुल गोगोई को सामना करना पड़ा?

वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी कृष्‍णा पूनिया का कहना है कि यह सही है कि हम दोनों ही एथलीट हैं लेकिन यह लड़ाई खिलाड़ियों की नहीं विचारधाराओं की है। 2014 का लोकसभा चुनाव नरेन्द्र मोदी के नाम पर लड़ा गया था। अब बीजेपी के लिए राह आसान नहीं होगी। मैं एक साधारण किसान परिवार से निकली हूं और लोकसभा चुनाव में आम आदमी से जुड़े मुद्दे मेरी प्राथमिकता में शामिल हैं। समाज का हर तबका चाहे वो युवा हो, महिला हो, किसान हो विकास चाहता है और मुद्दे आधारित राजनीति चाहता है। पूनिया ने कहा कि यह चुनाव मैं उन वास्तविक मुद्दों पर लड़ने जा रही हूं जो आम आदमी से जुड़े हैं।

chaltapurza.com

जयपुर ग्रामीण सीट का क्या है ​गणित

जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट में 19.33 लाख मतदाता आते हैं। इनमें 9.12 लाख महिला मतदाता हैं। यहां जाट समुदाय की बहुलता है लेकिन गुर्जर, यादव, ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के मतदाता भी अच्छी संख्या में हैं। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ राजपूत समुदाय से आते हैं वहीं, कृष्णा पूनिया जाट समुदाय से ताल्लुक रखती है। राज्यवर्धन सिंह द्वारा पांच साल में करवाए गए कार्यों से अधिकांश लोग खुश हैं, इन्होंने अपने पहले कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का ज़िम्मा संभालते हुए भी अपने क्षेत्र के लोगों को ज्यादा से ज्यादा समय देने की कोशिश की हैं। राज्यवर्धन की लोगों के बीच पॉजिटिव छवि और उनके काम करने का स्टाइल लोगों का ​जरूर लुभाएगा। वहीं, कृष्णा पूनिया के लिये जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण अनूकूल हैं लेकिन लोगों से कितनी जल्दी वह जुड़ पाती है यह देखना होगा। जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के पास पांच सीटें और कांग्रेस के पास दो सीटें थी। एक सीट पर राजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी।

COMMENT