ये हुआ था

बर्थडे: ‘खेल रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित पहली भारतीय महिला क्रिकेटर हैं मिताली राज

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान व दिग्गज खिलाड़ी मिताली राज आज अपना 40वां जन्मदिन मना रही हैं। मिताली राज का जन्म 3 दिसंबर, 1982 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था। मिताली के पिता दोराई राज भारतीय वायुसेना में अधिकारी थे। उनकी मां का नाम लीला राज हैं। मिताली एक तमिल परिवार से आती हैं और उनकी फैमिली अब तेलंगाना के हैदराबाद शहर में रहती है। उन्होंने मात्र 10 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और 17 की उम्र में उनका टीम इंडिया में चयन हो गया। वह एकदिवसीय क्रिकेट में 7800 से ज्यादा रन बनाने वाली दुनिया की एकमात्र महिला क्रिकेटर हैं। उनके नाम कई विश्व रिकॉर्ड दर्ज़ हैं। 8 जून, 2022 को मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया। इस ख़ास मौके पर जानिए पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली के जीवन के बारे में कुछ रोचक बातें…

पुरूष क्रिकेटरों के साथ नेट अभ्यास करती थी मिताली

मिताली राज ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कियस हाई स्कूल फॉर गर्ल्स, सिकंदराबाद से की थी। इसके बाद उन्होंने सिकंदराबाद के ही वेस्ट मर्रेडपल्ली स्थित कस्तूरबा गांधी जूनियर कॉलेज फॉर वुमेन से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। मिताली बचपन में काफ़ी आलसी हुआ करती थी। उनके पिता चाहते थे कि बेटी एक्टिव बने, इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को क्रिकेट खेलने को कहा। वे 10 साल की उम्र में क्लासिकल डांस छोड़ हाथ में बैट पकड़े मैदान में नज़र आने लगी थीं।

अपने स्कूल के दिनों में ही मिताली ने अपने बड़े भाई के साथ क्रिकेट की कोचिंग लेना शुरू कर दिया था। क्रिकेट के प्रति उनका जुनून इस कदर था कि वे स्कूल में भी क्रिकेट का अभ्यास करती थी। मिताली ने कई बार पुरूष क्रिकेटरों के साथ नेट में अभ्यास किया। साल 1999 उनके लिए बहुत लकी रहा, जब उनका पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चयन हुआ।

आयरलैंड के खिलाफ वनडे से शुरु हुआ करियर

मिताली राज के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 26 जून, 1999 को आयरलैंड के खिलाफ हुई थी। उन्होंने अपने पहले ही मैच में नाबाद 114 रन ठोक कर साबित कर दिया कि वे आने वाले समय में बड़ी खिलाड़ी बन सकती है। उनके टेस्ट करियर 14 जनवरी, 2002 को इंग्लैंड के विरूद्ध शुरु हुआ। जबकि उन्होंने अपने टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत 5 अगस्त, 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ ही की थी। उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट पर पूरा ध्यान लगाने के लिए साल 2019 में टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया। मिताली ने अपना आखिरी टी-20 मुकाबला भी 9 मार्च, 2019 को इंग्लिश टीम के विरूद्ध ही खेला था। हालांकि, साल 2022 में उन्होंने वनडे से भी संन्यास का ऐलान कर दिया।

मिताली ने कई रिकॉर्ड किए हैं अपने नाम

दो दशक से ज्यादा समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली मिताली राज ने इस दौरान कई विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए। मिताली को दुनिया की सबसे महान महिला बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। वह अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में विश्व की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं। मिताली एकमात्र ऐसी महिला क्रिकेटर हैं, जिनके नाम वनडे में 7 हजार से भी ज्यादा रन दर्ज हैं। उनके नाम ए​कदिवसीय क्रिकेट में लगातार 7 अर्धशतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड है। मिताली के नाम वनडे में सबसे ज्यादा अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है।

दो बार आईसीसी विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी रही

वह पहली ऐसी भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टी-20 इंटरनेशनल में 2000 रन पूरे किए। उनसे पहले इस फॉर्मेट में कोई भारतीय पुरूष क्रिकेटर भी दो हजार रन बना सका। मिताली राज पुरूष और महिला कप्तानों में पहली भारतीय हैं जो दो बार वर्ष 2005 और 2017 में 50 ओवर के आईसीसी विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी रहीं। फ़रवरी 2019 में मिताली न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में उतरकर पहली ऐसी महिला क्रिकेटर बनी, जिसने 200 एकदिवसीय मैच खेले।

वूमेंस क्रिकेट में 20 साल पूरे करने वाली एकमात्र महिला क्रिकेटर

इसके अलावा मिताली राज ने 19 साल की उम्र में टॉन्टन के मैदान में टेस्ट मैच में इंग्लैंड के विरुद्ध 214 रनों की पारी खेलीं, ये महिला टेस्ट इतिहास का दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। सितंबर 2019 में उन्होंने टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास ​ले लिया। साल 2022 में मिताली राज ने 8 जून को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फार्मेट्स से संन्यास ले लिया। वह इंटरनेशनल वूमेंस क्रिकेट में 20 साल पूरे करने वाली एकमात्र महिला क्रिकेटर भी रहीं। मिताली वर्ष 2018 में महिला टीम के मुख्य कोच रमेश पोवार से विवाद को लेकर भी सुर्खियों में रहीं।

‘पद्मश्री’ और ‘खेल रत्न’ से की जा चुकी हैं सम्मानित

दिग्गज खिलाड़ी मिताली राज को क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के लिए वर्ष 2003 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से नवाज़ा गया। साल 2015 में मिताली को खेल में उत्कृष्ठ योगदान के लिए भारत सरकार ने देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया। उनके महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। साल 2021 में मिताली को देश के सर्वोच्च खेल अवॉर्ड ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड’ 2020 से नवाज़ा गया। वह यह सम्मान प्राप्त करने वाली भारत की पहली म​हिला खिलाड़ी हैं।

Read: झूलन गोस्वामी ने टीवी पर विश्वकप का फाइनल मैच देखने के बाद ठान लिया था क्रिकेटर बनना

Raj Kumar

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