हलचल

भारत 2020 में लॉन्च करेगा चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 से कम होगी लागत

नए साल 2020 और इस शताब्दी के नए दशक की शुरुआत हो चुकी है। साल 2019 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो के लिए बड़ी उपलब्धि वाला रहा। नए साल में इसरो एक बार फिर अपना अहम मिशन ‘चंद्रयान’ लॉन्च करने वाला है। इस मिशन की घोषणा भी हो चुकी है। केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसके बारे में कहा है कि भारत 2020 में ‘चंद्रयान-3’ लॉन्च करेगा और इसकी लागत 2019 में भेजे गए ‘चंद्रयान-2’ से भी कम होगी। उन्होंने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान एक सवाल के लिखित जवाब में ये जानकारी दी। जानकारी के लिए बता दें कि इसरो ने अंतरिक्ष में अपने अगले मिशन पर काम करना शुरु कर दिया है।

आगामी चंद्रयान लैंडर और रोवर से लैस होगा

केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि चंद्रयान-2 को असफ़ल कहना गलत होगा। इससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। चांद की सतह पर उतरने का भारत का यह पहला प्रयास था और अब तक दुनिया का कोई भी देश पहली कोशिश में सफ़लता प्राप्त नहीं कर पाया है। यहां तक की अमेरिका जैसी सुपर पावर को भी कई कोशिशों के बाद चंद्रमा पर पहुंचने में सफ़लता मिली, लेकिन हम बहुत जल्द कामयाबी हासिल करेंगे।

उन्होंने कहा कि पहले चंद्रयान-2 मिशन से प्राप्त अनुभव और मौजूदा ढांचागत सुविधाओं के कारण ही चंद्रयान-3 की लागत भी उससे कम होगी। मंत्री सिंह ने बताया कि आगामी चंद्रयान भी लैंडर और रोवर से लैस होगा, इसमें इस बार ऑर्बिटर नहीं होगा। उन्होंने यह तो बताया कि मिशन चंद्रयान-3 इसी साल लॉन्च होगा, लेकिन साल 2020 के किस महीने में इसे लॉन्च किया जाना है इसकी कोई जानकारी नहीं दी।

योजना के अनुरूप नहीं रही रोवर की वेलोसिटी

मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा को बताया कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की गति को चंद्रमा की सतह नजदीक आने के बाद 1683 मी. प्रति सेकेंड से घटाकर 146 मी. प्रति सेकेंड कर दिया गया था। लेकिन दूसरे चरण के दौरान रोवर की वेलोसेटी इसरो की योजना के मुताबिक नहीं रही। इस बदलाव के परिणाम स्वरूप ही विक्रम तय लैंडिंग साइट के 500 मीटर के दायरे में हार्ड लैडिंग कर गया, जिसके कारण मिशन अधूरा रहा।

Read More: भारत की कोनेरू हम्पी ने जीता विश्व रैपिड शतरंज चैम्पियनशिप का खिताब

नए मिशन के लिए इसरो ने गठित की कमेटी

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी मिशन ‘चंद्रयान-3’ के लिए इसरो की तैयारियां शुरू होने की बात मीडिया के जरिए सामने आई थीं। मीडिया जानकारी के ​अनुसार, अगले चंद्रयान मिशन के लिए इसरो ने एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी का नेतृत्व तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई स्पेस रिसर्च सेंटर के निदेशक एस. सोमनाथ कर रहे हैं। तिरुवनंतपुरम के इस सेंटर को इसरो के सभी लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम की जिम्मेदारी दी गई है। एस. सोमनाथ के नेतृत्व वाली उच्चस्तरीय कमेटी ही चंद्रयान-3 से संबंधित सभी रिपोर्ट तैयार करने वाली है।

 

Raj Kumar

Leave a Comment

Recent Posts

रोहित शर्मा ने कप्‍तान हार्दिक पांड्या को बाउंड्री पर दौड़ाया।

रोहित शर्मा ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फील्डिंग की सजावट की और कप्‍तान हार्दिक पांड्या…

1 month ago

राजनाथ सिंह ने अग्निवीर स्कीम को लेकर दिया संकेत, सरकार लेगी बड़ा फैसला

अग्निवीर स्कीम को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने…

1 month ago

सुप्रीम कोर्ट का CAA पर रोक लगाने से इनकार, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) रोक लगाने से इनकार कर दिया…

1 month ago

प्रशांत किशोर ने कि लोकसभा चुनाव पर बड़ी भविष्यवाणी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। प्रशांत…

1 month ago

सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए नामित, PM मोदी बोले – आपका स्वागत है….

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति…

2 months ago

कोलकाता हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने थामा भाजपा दामन, संदेशखाली पर बोले – महिलाओं के साथ बुरा हुआ है…

कोलकाता हाई के पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए है। उन्होंने हाल…

2 months ago