अपने जमाने के प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता ए.के. हंगल स्वतंत्रता आंदोलन में भी रहे थे सक्रिय

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बॉलीवुड फिल्म ‘शोले’ तो आप सभी ने कई बार देखी होगी। इस फिल्म का हर किरदार भी आप सभी को याद होगा। फिल्म में एक किरदार था रहीम चाचा। हम बात कर रहे हैं अभिनेता ए.के. हंगल की। उन्होंने कई फिल्मों में छोटे-छोटे किरदार निभाए, लेकिन अपनी सशक्त अदायगी से हर बार दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब रहे। पचास की उम्र में अपना बॉलीवुड करियर शुरू करने वाले हंगल साहब की आज 1 फ़रवरी को 109वीं बर्थ एनिवर्सरी है। इस खास अवसर पर जानिए ए.के. हंगल साहब के जीवन के बारे में कुछ अनसुनी बातें…

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तीन साल पाकिस्तान की जेल में बंद रहे हंगल

अभिनेता ए.के. हंगल का जन्म 1 फरवरी, 1914 को सियालकोट (अब पाकिस्तान) में हुआ था। फिल्मी दुनिया में आने से पहले ए.के. हंगल भारत को आज़ादी दिलाने के संघर्ष में शामिल रहे थे। उनके पिता की सेवानिवृति के बाद हंगल का पूरा परिवार पेशावर से कराची शिफ्ट हो गया था। करीब तीन साल पाकिस्तान की जेल में रहने के बाद हंगल वर्ष 1949 में मुंबई लौट आए। ए.के. हंगल का पूरा नाम अवतार किशन हंगल था। हंगल मूल रूप से कश्मीरी पंडित थे, जिन्होंने अपना ज्यादातर बचपन पेशावर में गुजारा था। वे ग्रुप आईपीटीए से जुड़े हुए थे, जिसमें उनके साथ बलराज साहनी और कैफी आजमी भी थे।

‘तीसरी कसम’ से हुई फिल्मी करियर की शुरुआत

फिल्मी करियर की बात करें तो ए.के. हंगल ने अपने करियर की शुरुआत 1966 में रिलीज हुई बासु भट्टाचार्य की फिल्म ‘तीसरी कसम’ से की थी। 70 से 90 के दशक तक हंगल ने ज्यादातर फिल्मों में एक्टर के पिता या करीबी रिश्तेदार की भूमिका निभाई थी।

उनकी कुछ चुनिंदा फिल्मों की बात की जाए तो इनमें ‘नमक हराम’, ‘शौकीन’, ‘शोले’, ‘अवतार’, ‘अर्जुन’, ‘आंधी’, ‘तपस्या’, ‘कोरा कागज’, ‘बावर्ची’, ‘छुपा रुस्तम’, ‘चितचोर’, ‘बालिका वधू’, ‘गुड्डी’ जैसी फिल्में शामिल हैं। ए.के. हंगल को हिंदी सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष 2006 में भारत सरकार द्वारा ‘पद्मभूषण’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

हंगल ने जीवन का अधिकांश समय अकेले व्यतीत किया

बॉलीवुड अभिनेता ए.के. हंगल ने अपने जीवन का अधिकांश हिस्सा अकेले ही व्यतीत किया। उनकी पत्नी के निधन के बाद वे काफी तन्हा महसूस करते थे। उनका बेटा उनके पास वाले फ्लैट में रहता था। बताया जाता है कि जीवन के आखिर समय में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था। जब उनके इलाज के लिए बेटे के पास ज्यादा पैसे नहीं थे तो अमिताभ बच्चन और कई बॉलीवुड से जुड़े लोगों ने उनकी आर्थिक मदद की थी। 26 अगस्त को साल 2012 में 98 साल की उम्र में ए.के. हंगल साहब का निधन हो गया।

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